पीएमकेवीवाई (प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना) की प्रमुख विशेषताएं क्या हैं?
मानक: उद्योग-संचालित निकायों, अर्थात् सेक्टर कौशल परिषदों (SSCs) द्वारा तैयार मानकों (राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों - NOS और योग्यता पैक - विशिष्ट नौकरी भूमिकाओं के लिए QPs) के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
डिमांड-संचालित लक्ष्य: कौशल की मांग और 'स्किल गैप स्टडीज' के आकलन के आधार पर, PMKVY की संचालन समिति की देखरेख में एसएससीएस, राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों / विभागों के परामर्श से एनएसडीसी द्वारा सेक्टर कौशल परिषदों को कौशल प्रशिक्षण के लिए लक्ष्य आवंटित किया जाएगा।
राष्ट्रीय प्रमुख कार्यक्रमों और क्षेत्रों से जुड़ा लक्ष्य: कौशल प्रशिक्षण के लिए लक्ष्य को केंद्र सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों, जैसे - 'स्वच्छ भारत', 'मेक इन इंडिया', 'डिजिटल इंडिया', 'नेशनल सोलर मिशन' की मांग से जोड़ा जाएगा।
मूल्यांकन: मान्य मानक प्रारूप पर आधारित व मूल्यांकन के समय वैलिडेट किए गए ट्रेनी फीडबैक को भविष्य में पीएमकेवीवाई की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए मूल्यांकन फ्रेमवर्क का प्रमुख तत्व माना जाएगा।
शिकायत निवारण: एक उचित शिकायत निवारण तंत्र रखा जाएगा। PMKVY के बारे में जानकारी का प्रसार करने के लिए ऑनलाइन सिटीजन पोर्टल स्थापित किया जाएगा। यह शिकायतों के निवारण के लिए एक मंच के रूप में भी काम करेगा।