ऋण/डेब्ट म्यूचुअल फंड और संतुलित/बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड
जहाँ इक्विटी म्यूचुअल फंड उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए बने हैं जो लंबे समय तक निवेश करते हैं वहीँ ऋण/डेब्ट और संतुलित/बैलेंस्ड फंड कम जोखिम वाले निवेशकों के लिए हैं।
डेब्ट म्यूचुअल फंड कम जोखिम वाले फंड होते हैं क्यूंकि वह स्टॉक माक्रेट की कंपनियों में निवेश नहीं करते बल्कि मुख्य रूप से निश्चित आय प्रतिभूतियों जैसे सरकारी बॉन्ड, कॉरपोरेट बॉन्ड के मिश्रण में निवेश करते हैं ।
इन्हें समय के क्षितिज के आधार पर वर्गीकृत किया गया है
फण्ड टाइप |
निवेश माध्यम |
अविधि |
अपेक्षित लाभ |
लिक्विड फण्ड |
Treasury Bills |
1-90 दिन |
7%-9% |
अल्ट्रा शार्ट टर्म फण्ड |
T Bills, Commercial Papers |
3 - 6 महीने |
7%-9% |
शार्ट टर्म फण्ड |
Commercial Papers |
<1 साल |
7.5%-9.5% |
मध्यम टर्म फण्ड |
Corporate Bonds, Govt Bonds |
1-3 साल |
8%-10% |
लॉन्ग टर्म फण्ड |
Corporate Bonds, Govt Bonds |
>3 साल |
9%-11% |
फिक्स्ड डिपॉजिट्स की तुलना में डेट म्यूचुअल फंड में ना सिर्फ बेहतर रिटर्न मिलते हैं बल्कि कर में बचत भी होती है।
बैलेंस्ड फंड स्टॉक्स और बांड्स के मिश्रण में निवेश करते हैं।बैलेंस्ड फंड 65% से अधिक का निवेश स्टॉक्स में करते है और बाकी राशि बांड्स में | इससे जोखिम भी कम रहता है और उच्च लाभ भी प्राप्त होता है |
ये फंड मध्यम जोखिम वाले निवेशकों के लिए होते हैं जो बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं लेकिन पूरी तरह स्टॉक मार्केट में निवेश नहीं करना चाहते।
अभी हमने अपनी जोखिम क्षमता के हिसाब से फंड्स को चुनना सीखा।अगले खंड मैं हम म्यूच्यूअल फंड्स से कर बचाना सीखेंगे।